Motivational Story in Hindi – 5

कभी किसी से तुलना मत करना  – Motivational Story in Hindi – 5

Motivational Story in Hindi – 5

Motivational Story in Hindi - कभी किसी से तुलना मत करना। Motivational Story हमे कुछ करने के लिए प्रेरित करती है। Motivational Story - Inspiration Story.


आज मै आपके लिए दो Motivational Story लेकर आया हूँ जिन्हे पढ़ने के बाद आप अपने जीवन मे कभी निराश नही रहोगे।
हमारे जीवन मे जैसा हम चाहते है अगर वैसा नही होता है तो हम दुखी हो जाते है।

आपने अपने आसपास बहुत से ऐसे लोग देखे होंगे जो हमेशा दुखी रहते है उन्हे देखकर ऐसा लगता है मानो भगवान ने सारा दुख उन्ही को दे दिया है 

जीवन मे सुख भी आता है और दुख भी आता है और हमेशा आता रहेगा और अगर सुख आया तो वो हमेशा नही रहेगा और यदि सुख आया वो भी हमेशा नही रहेगा इसलिए इसी बारे मे सोचते रहना और दुखी जीवन जीना कोई समझदारी नही है।

मगर हमारे दुखी होने का कारण हमारे दुख नही होते दुख का कारण तो वो लोग है जो अपनी Life मे Success है अच्छा कर रहे है हम अपने दुख को और अधिक बना लेते है। जब हम अपनी तुलना दूसरो से करना शुरु कर देते हैं। 


याद रखना तुलना करने मे बहुत दुख है क्योंकि तुलना करते हुए अपना पक्ष हमेशा छोटा ही लगता है।

अगर आपको भी लगता है कि मेरे जीवन मे तो सिर्फ दुख ही आते रहते है और आप हार मान चुके है तो ये दोनो कहानी आपके लिए Life Changing Moment हो सकती है इसलिए कहानी को पढ़िए आपको अपनी निराशाओ से लड़ने के लिए ताकत मिलेगी।

Motivational Story in Hindi for Students - First Story 

यह कहानी एक student की है जिसकी life मे अगर सब कुछ अच्छा होता था या वैसा ही होता था जैसा कि वो चहता था तो वह बहुत खुश रहता था लेकिन अगर कुछ ऐसा होता था जैसा वो नही चहता था तो वह बहुत दुखी हो जाता था निराश हो जाता था।

जब collage मे उसकी Degree की पढाई पूरी हुई तो वह अपने career को लेकर बहुत निराश था।
उसके साथ जिन Students या उसके दोस्तो ने पढाई पूरी की थी वो सभी धीरे-धीरे कही ना कोई settle होने लगे 
कोई अपने पिता के Business मे लग गया किसी को अच्छी जॉब मिल गई मगर इसकी लाइफ मे कुछ भी अच्छा नही हुआ।

वह Student मन ही मन बहुत निराश हो गया और सबसे ज्यादा दुख उसे इस बात का हुआ कि साथ मे पढ़ने वाले सभी दोस्त कही ना कही उससे Better Life जीने लगे थे। वह Student इसलिए ही दुखी था क्योंकि वो अपनी तुलना अपने दोस्तो से कर रहा था।


वह बहुत परेशान था वह जंगल की और चला गया और अकेला बैठकर खुद से बातें करने लगा कि मै क्या करुँ? मेरी Life मे कुछ भी अच्छा नही हो रहा है ऐसे जीवन से तो मेरा मर जाना बेहतर है और उसने आत्महत्या करने का Decide कर लिया।

अचानक, उसे एक आवाज सुनाई दी मानो भगवान की आवाज हो उस आवाज ने बोला – बेटा तुम दुखी मत हो, तुम्हारे दुखो का Solution तुम्हारे आस पास इस जंगल मे ही है 
उस Student ने आस पास देखा तो एक तरफ झाड़ियां उगी हुए थी और दुसरी तरफ मिट्टी के बीच से एक छोटा सा पौधा अंकुरित हो रहा था उसे कुछ समझ मे नही आया।

उस आवाज ने बोला कि मैने इन झाडियों का और इस छोटे पौधे का बीज धरती मे एक ही समय पर बोया था लेकिन देखो झाडियों कितनी ऊँची हो गई है और यह पौधा कितना छोटा सा है।

ठीक इसी प्रकार, तुम भी निराश मत हो, दुनिया मे जो भी होता है वो अपने सही टाईम पर ही होता है। अभी जैसा भी Time है वो हमेशा नही रहेगा और जब सही Time आयेगा तो जो भी होना है जरूर होगा अभी तुम्हारा सर्वश्रष्ट आना बाकी है।


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Motivational Story in Hindi Canclusion 

कभी दूसरो से तुलना मत करना – आप जैसे भी है सबसे अलग है जो Talent आपके पास है आप सबसे Unique है इसलिए जो समय आप दूसरो से तुलना करने मे बर्बाद करते है उस टाईम मे खुद को और बेहतर बनाने मे लगा सकते है।


खुद को कभी भी किसी से कम मत समझना । आप वो सब कर सकते है जितना एक इन्सान कर सकता है। लगातार प्रयास करते हुए सही समय का Wait करें फिर आप जो भी चाहेंगे पा लेंगे।
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Motivational Story in Hindi – Second Story 

हथनी और कुतिया की कहानी
एक जंगल मे एक हथनी और कुतिया रहती थी दोनो मे बहुत ही गहरी मित्रता थी थोड़े समय बाद हथनी और कुतिया ने आपस मे एक दुसरे को बताया कि मै माँ बनने वाली हूँ और दोनो बहुत ही खुश थी।
कुछ टाईम बाद ही कुतिया ने तीन बच्चो को जन्म दिया और मगर हथनी को कुछ नही हुआ।

कुतिया ने हथनी से बोला – कि तुम भी तो माँ बनने वाली थी क्या हुआ? तुम्हे अभी तक कुछ नही हुआ इस पर हथनी ने कुछ नही बोला 
कुतिया ने हथनी से एक बार फिर बोला – कि मै फिर से माँ बनने वाली हूँ। मगर हथनी को अभी तक भी कुछ नही हुआ।

कुतिया ने इस बार चार बच्चो को जन्म दिया। और कुतिया फिर खुश होती हुई हथनी के पास गई और बताया कि मैने इस बार चार बच्चो को जन्म दिया मगर हथनी को अभी भी कुछ नही हुआ। हथनी बिलकुल भी निराश नही हुई।

इस बार फिर कुतिया ने हथनी से बोला कि मै फिर से माँ बनने वाली हूँ  तुम सच मे माँ बनने वाली हो या कोई मजाक तो नही कर रही हो।
इस पर हथनी ने बोला – कि मै तेरी तरह किसी पप्पी को जन्म नही देने वाली हूँ मै तो एक हाथी को जन्म देने वाली हूँ तो Time तो ज्यादा लगेगा ही। और जब वो पैदा होगा तो इस धरती को भी पता लग जाएगा और वो जहाँ से भी गुजरेगा सभी उसके लिए रास्ता खाली छोड़ देंगे।

Motivational Story Conclusion

इसी कहानी की तरह ही हमारी Life मे भी ऐसा ही होता है हम दूसरो से अपनी तुलना करते रहते है और खुद ही दुख को अपने पास बुलाते रहते हैं अधिकतर लोग खुद की कीमत को पहचान ही नही पाते कि उनके अंदर क्या कुछ करने की काबिलियत है।

हमेशा अपने ज्ञान का विस्तार करते रहें और बेहतर के लिए हमेशा प्रयास करते रहें आपका पूरा संसार आप ही के अंदर है इसलिए इसे आप जैसा भी बनायेंगे वैसा ही यह बनेगा।

आशा करता हूँ अब आप समझ गये होंगे कि किसी दुसरे से तुलना करना किसी भी इन्सान की सबसे बडी गलती है। क्योंकि उससे कोई फायदा नही होता उससे सिर्फ दुख होता है और दुनिया मे ऐसा कोई नही है जो दुखी रहना चहता है।

अगर यह Motivational Story in Hindi आपको पसंद आई है तो अधिक से अधिक दोस्तो को Students के साथ शेयर कीजिये ताकि वो सभी भी यह समझ पायें। धन्यवाद!

Motivational Story in Hindi – 5 Motivational Story in Hindi – 5 Reviewed by Life Self Motivation on March 22, 2020 Rating: 5

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